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जनवरी 18, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तू ही है। तेरा

अपने जीवन में हम बहुत लोगो से मिलते है।कभी कभी किसी से इतना जुड़ जाते है।हमे लगता है।मेरे लिए वहीं सब कुछ है।ऐसा आप को लगता पर क्या कभी आप ने सोचा उसे क्या लगता है।हो सकता है उसे कोई और सब कुछ लगता हो।पर इससे कोई मतलब नहीं हमे लगता जो वो सब ठीक ही है।हम सबकी आदत हो गई है।अपने आप से दूर भागने की हमे तो दूसरे में सुकून नजर आता है ।पास जाने पे पता चलता अरे नहीं ये तो दुख दे रहा है।हमारी आशाएं सब मिट्टी में मिल जाती है।याद हमको आपनी आती नहीं ।सरा सुकून खुद में है।हम संसार में दुड़ने चले जाते है।जब वापिस आते है। रोते हुए।हमारे महापुरषों ने कहा है।जिस तरह रेगिस्तान में पानी का भ्रम हो जाता है।और प्याशा पानी के पिछे पिछे भगता अंत में मार जाता है।उसी तरह संसार में हमे सुख का भ्रम होता है।और हम भागने लगते है।अंत में कुछ नहीं हाथ आता बस पश्चाताप करना पड़ता है। भगवान शिव ने कहा - जेसे भोर का सपना होता है ।उसी तरह संसार है।सपने की सत्यता सपने में लगती है।पर जागने पर पता चलता है।कुछ नहीं।सपने में आप राजा बन जाइए।महल हो शेना हो।नोकर चाकर हो।पर जागते ही सब गायब कहा गया।अगर वह सत्य था।तो नहीं जाना चाह...

सोचो मगर आपने लिए

सोचना किसे अच्छा नहीं लगता।आज हर इंसान कुछ न कुछ सोचता रहता है।पर दुर्भद्य की बात ये है।की वह आपने बारे में कम दूसरो के बारे में ज्यादा सोचता है।आज इसी के कारण समाज की दुर्दशा हो रही है।ये इंसान कब समझे गा।की अपना बिकाश पहले जरूरी है।एक कड़का दूसरे कड़के की क्या सहायता कर सकता है। सर्वप्रथम हमको अपना कल्याण करना होगा।ये बात पक्के से समझना चाहिए। हमने देखा है।लोगो को अपने जीवन के बेहतरीन पल दूसरो के बारे में सोचते देखा है।वह उस पल क्या नहीं कर सकते थे।पर उनोन आपने जीवन के बेहतरीन पल बर्बाद कर दिए।और चिंता अलग पाल ली।जीवन का स्त्यानाश तो किया साथ में शरीर का भी ख्याल नहीं आया। बहुत जल्दी बूढ़े हो गए। अंत में समशान यात्रा की । ऐसे जीवन से क्या फायदा।जब समय था। आपने बारे में सोचने का तो दूसरो के बारे में सोचा।अंत में पश्चाताप करना पड़ा।जीवन आप का खुशहाल होगा।तब आप की वजह से कितनो का जीवन खुशहाल होगा।ये बात आप समझते क्यों नहीं है।मै आप से बात कर रहा हूं।आप अपने बारे में विचार करे। आप कोन है।आप का अस्तिव क्या है।क्यों आप ने जन्म लिया है।जब आप विचार करेंगे। तब आप पाएंगे। की हमे तो कुछ नहीं मा...

तू एहसास तो कर

एहसास अगर हो जाए ।तो आपने आप में खुशी खोज लोगे। बरना संसार की खाक छानते रहा जाओगे।आप एहसास तो करो।आप में क्या नहीं है।खुशी है प्यार आप में दया है।सब कुछ तो है। बस आप एहसास नहीं करते हो। और भतक रहे हो।आपने उपर दुख चिंता की गठरी लादे ।परेशान होना छोड़ दे।तेरा कुछ बूरा नहीं हो सतकता।तेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।तू क्यों परेशान है।तू एक बार आपने आप में देख तू क्या है। तू महान से भी महान है।तू वही है।तू आपने स्वभाव में जाग। जब तक तुझे एहसास नहीं होगा।तबतक तेरे दुख दूर नहीं होगे।बचा ले आपनी जिंदगी। कहने का मतलब ये है।की आप आपने जिंदगी के मालिक हो।आप आपने अनुसार आपनी जिन्दगी में जो चाहे पा सकते है।आप अपने अनुसार जिंदगी जी सकते है।खुशियां आप के हाथ की बात है।सफलता आप की गुलाम है।आप क्या हो आपको ये जानना ही होगा।गुलामी की जिदंगी से अच्छा मार जाना बेहतर है।और जब हम आपनी बेवकूफी से गुलाम बने हो तो कहना क्या।बचपन से लोगो ने बहुत कुछ बताया।बहुत कुछ शिखाया हम मानते चले गए।आप जरा सोचो आप का क्या है।संसार से ही मिला है।जो कुछ मिला है।अरे आप का नाम भी जो मिला है।किसी दूसरे ने दिया है।इसका मतलब आप का...