जंगल का सफर
पाच दोस्त एक बार घूमने का प्लान करते है। पर कुछ समझ नहीं पाते कि वह जाए कहा।
सब के सब सोचते है तभी एक दोस्त कुछ सोच के बोलता क्यों न हम किसी जंगल के सफर का प्लान बनाते है।
सब खुश हो जाते है लेकिन तभी एक दोस्त बोलता पर हम लोग करेंगे क्या जंगल में अकेले मस्ती कैसे करेंगे ।
सब सोच के बोलते है कोई बात नहीं हम अकेले कहा है हम लोग आपनी दोस्तों को भी साथ ले चलेंगे। और जम कर मस्ती करेंगे।
शुक्र वार की रात को निकले का समय निर्धारित करते है।
एक जगह सब लोग इकट्ठा होते है और सफर पे निकल जाते है। कुल ११ लोग होते है ।
सुबह होते ही सब लोग जंगल में होते है जंगल एकदम सांत होता है मधुर हवाएं चल रही होती है।
मनमोहक खुशबू मन को मोह रही होती है ।सब मिल कर सपना टेंट लगते है और वह थोड़ा विश्राम करते है।
कुछ समय बाद पास में एक नदी बहती है वहा जा के मस्ती करते है।
सब बहोत खुश होते है । तभी कुछ ऐसा होता है कि सब के होश उड़ जाते है ।
सब सहम जाते है और देखने लगते है एक दोस्त पूछता है हुआ क्या ।तभी देखते है उसके हाथ से खून निकल रहा है ।
वह पूछता है कैसे लगी है चोट ।सब देखते है पूछते है कोन सी चोट क्या बात कर रहे हो ।
वह बोलता है सायद मेरा भ्रम है ।मुझे लगा कि खून बह रहा है ।तभी पूछा हू।सब वहा से निकाल जाते है और अपने टेंट में आ जाते है अब साम होने वाली होती है।
सब बाहर घूम के थक चुके होते है सोना चाहते है । रात होती है सब सो जाते है । लेकिन उसको नीद नहीं आती वह सोचता है मैंने खून देखा है ।ये मेरा भ्रम नहीं हो सकता ।
तभी बाहर से चीखने कि आवाज आती है वह डर जाता है ।डरते डरते सब को जगाता है सब जाग जाते है एक पूछता है क्या हुआ बे ।तभी वह बोलता है कोई चिला रहा है।
वह कहता है यहां हमारे सिवा कोई है कोन चिखे गा।एक बोलता है भूत हो सकता है सब डर जाते है एक बोलता है क्या बकवास है और वह सो जाता है ।
शुबह उठता तो उसके आस पास बहुत सारे पुलिस बाले होते है।वह जब जागता है सब उससे पूछते है क्या हुआ ।वह कुछ नहीं जानता ।क्योंकि वह सो रहा था ।
उस के दोस्त वहा नहीं थे पुलिस को वह यही कहानी बताई पर उसके दोस्त कहा गए वह एक राज है ।
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